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Cloves: कई बिमारियों की काट है लौंग

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Cloves: कई बिमारियों की काट है लौंग आयुर्वेदिक ग्रंथों में लौंग के इस्तेमाल से जुड़े कई उपाय बताए गए हैं। लौंग के सेवन से भूख बढ़ती है, उल्टी रुकती है, पेट की गैस, अत्यधित प्यास लगने की समस्या और कफ-पित्त दोष ठीक होते हैं। इसके साथ ही आप रक्त विकार, सांसों की बीमारी, हिचकी और टीबी रोग में भी लौंग का उपयोग कर लाभ पा सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार पुरुषों के लिए लौंग लाभदायक मानी जाती है। आइए लौंग के फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं। लौंग क्या है? (What is Cloves?) लौंग (lauang) के वृक्ष पर लगभग 9 वर्ष की आयु में फूल लगने शुरू हो जाते हैं। इसकी फूल कलियों को ही सुखाकर बाजार में लौंग के नाम से बेचते हैं। गर्भवती महिलाओं को होने वाली उल्टी में लौंग बहुत लाभदायक होती है। लौंग के फायदे या कुछ विशेष गुण इस प्रकार हैंः-   लौंग  के फायदे !! लौंग के सेवन से भूख बढ़ती है। आमाशय की रस क्रिया सही रहती है। भोजन के प्रति रुचि पैदा होती है और मन प्रसन्न होता है। लौंग पेट के कीड़ों को खत्म करती है। यह चेतना-शक्ति को सही रखती है। यह शरीर की दुर्गन्ध को खत्म करती है। दर्द, घाव पर लेप करने ...

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Sarojini Nagar

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  Sarojini Nagar   Prior to the adoption of the name, Sarojini Nagar was called Vinay Nagar and also Beena Nagar, Laxmi Bai Nagar was called East Vinay Nagar and Netaji Nagar was called West Vinay Nagar. Named after the famous woman freedom fighter  Sarojini Naidu , this colony is encircled by  Safdarjung  Enclave,  South Extension , Laxmibai Nagar, Nauroji Nagar, Chanakyapuri, and  Netaji Nagar . It is in the vicinity of  Chanakyapuri  which is home to various  embassies  and  consulates , including those of the  United States  and  Russia . Essentially located in the  South West Delhi  locality of the city, Sarojini Nagar (or SN as it is sometimes called) is one of the places in the city to buy clothes and fabrics. Apart from a large number of large-sized showrooms for various international and local brands, the crux of the market is formed by street-side shops that sell garments of all sizes, designs...

क्या आप जानते हैं होली का यह पवित्र और प्रामाणिक मंत्र

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  क्या आप जानते हैं होली का यह पवित्र और प्रामाणिक मंत्र सुख और समृद्धि के लिए पढ़ें होली का शुभ मंत्र - ‍ होली पर कई सारे टोटके और मंत्र आजमाए जाते हैं। लेकिन सही मायनों में मात्र एक ही मंत्र है जिसके जप से होली पर पूजा की जाती है और इसी शुभ मं‍त्र से सुख, समृद्धि और सफलता के द्वार खोले जा सकते हैं। अहकूटा भयत्रस्तै:कृता त्वं होलि बालिशै: अतस्वां पूजयिष्यामि भूति-भूति प्रदायिनीम: इस मंत्र का उच्चारण एक माला, तीन माला या फिर पांच माला विषम संख्या के रूप में करना चाहिए। Also Read  होली का बस यह एक उपाय मिटाएगा हर तरह की परेशानी

होली का महत्व, कथा, इतिहास और खास बात

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  होली का महत्व, कथा, इतिहास और खास बात रंगबिरंगे पर्व होली की धूम भारत में चारों तरफ दिखाई दे रही हैं। इस साल होली का त्योहार 28 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन (छोटी होली) 27 मार्च को है। यह पर्व फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को आता है। होली के साथ विभिन्न तरह की कहानियां जुड़ी हुई हैं, उन्हीं में से एक प्रहलाद और हिरण्यकश्यप की कहानी है। पौराणिक कथा के अनुसार, शक्तिशाली राजा हिरण्यकश्यप था, वह खुद को भगवान मनाता था और चाहता था कि हर कोई भगवान की तरह उसकी पूजा करें. वहीं अपने पिता के आदेश का पालन न करते हुए हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रहलाद ने उसकी पूजा करने से इंकार कर दिया और उसकी जगह भगवान विष्णु की पूजा करनी शुरू कर दी। इस बात से नाराज हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रहलाद को कई सजाएं दी जिनसे वह प्रभावित नहीं हुआ। इसके बाद हिरण्यकश्यप और उसकी बहन होलिका ने मिलकर एक योजना बनाई की वह प्रहलाद के साथ चिता पर बैठेगी। होलिका के पास एक ऐसा कपड़ा था जिसे ओढ़ने के बाद उसे आग में किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता, दूसरी तरह प्रहलाद के पास खुद को बचाने के लिए कुछ भी न था। जैसे ही आग जली, वैसे ही ...

होली का बस यह एक उपाय मिटाएगा हर तरह की परेशानी

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होली का बस यह एक उपाय मिटाएगा हर तरह की परेशानी * हर तरह की समस्या से निजात पाना है तो होली पर करें बस यह 1 उपाय...     होली का धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व है। देश के लगभग प्रत्येक भाग में यह त्योहार  मनाया जाता है।  होली उत्साह और उमंग का प्रमुख पर्व है। वर्षभर में आने वाली त्रि-राशियों में से एक होली की रात्रि  भी है जिसमें किए गए सभी धार्मिक अनुष्ठान, मंत्र, जाप, पाठ आदि सिद्ध,  अक्षुण्ण हो जाते हैं जिनका फल जीवनपर्यंत कर्ता के प्राप्त होता है। >  बाधाओं को कैसे करें दूर  :   इस होली की अग्नि में अपनी सभी शारीरिक, मानसिक व्याधि, किसी प्रकार की सफलता में  रुकावट, आर्थिक कष्ट, अला-बला एवं सभी बाधाओं का नाश करने के लिए एक सरल एवं  प्रभावकारी उपाय है जिसे कोई भी आसानी से कम खर्च में करके अपनी सभी बाधाओं  को होली की अग्नि में भस्म करके जीवन को सुगम बना सकता है।    कैसे करें यह उपाय :   इस प्रयोग को करते समय शुद्धता, पवित्रता का विशेष ध्यान रखें। गोपनीयता इस प्रयोग  की सफलता के लिए अति आवश्यक है। ...

महाशिवरात्रि 2021: 101 साल बाद आ रहा शिवरात्रि का विशेष योग, शिव-सिद्धियोग में होगा पूजन

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  महाशिवरात्रि 2021: 101 साल बाद आ रहा शिवरात्रि का विशेष योग, शिव-सिद्धियोग में होगा पूजन शिव और शक्ति के मिलन के पर्व महाशिवरात्रि पर इस साल कई खास योग बन रहे हैं। 11 मार्च को पड़ रही महाशिवरात्रि के दिन शिवयोग, सिद्धियोग और घनिष्ठा नक्षत्र का संयोग आने से पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ गई है। ऐसे में महाशिवरात्रि पर्व की पूजा विधि-विधान के साथ करने से विशेष कल्याणकारी मानी जा रही है। महाशिवरात्रि देवों के देव महादेव शिव-शंभू, भोलेनाथ शंकर की आराधना, उपासना का त्योहार है। महाशिवरात्रि पर्व फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी युक्त चतुर्दशी को मनाया जाता है। 11 मार्च गुरुवार को त्रयोदशी और चतुर्दशी मिल रही हैं। वहीं महाशिवरात्रि का पर्व शिव योग, सिद्धि योग के दुर्लभ संयोग के साथ आने से और भी अधिक प्रभावकारी बताया जा रहा है। पुराणों में वर्णन है कि भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह इसी दिन हुआ था। महाशिवरात्रि की रात बहुत विशेष भगवान शिव के विवाह में सिर्फ देव ही नहीं दानव, किन्नर, गंधर्व, भूत, पिशाच भी शामिल हुए थे। महाशिवरात्रि पर शिवलिंग को गंगाजल, दूध, घी, शहद और शक्कर के मिश्रण से...